Friday, April 1, 2016

जन्‍मदि‍न और जेकरेंदा.....


वो छोटी सी लड़की, जो दि‍न भर खेलती रहती थी घर के सामने वाले मैदान में..जहां बहुत सारे पेड़ लगे थे। उसे अच्‍छा लगता था धूल मि‍ट्टी का संग।

थोड़ी बड़ी हुई तो स्‍कल जाने लगी।  उसे अपने जन्‍मदि‍न की तारीख़ तो याद रहती, पर महीना याद नहीं रहता। बार-बार पूछने पर एक दि‍न उसकी मां ने बताया कि‍ वो जो सामने गली के मुहाने पर पेड़ है न..जि‍स पर बैंगनी रंग के फूल आते हैं...जब वो खि‍लने लगे तो समझना कि‍ तुम्‍हारा जन्‍मदि‍न आने वाला है।

उसके मन में ये बात बैठ गई। उसे पूरे साल इंतजार होता उन बैंगनी फूलों के खि‍लने का, जि‍से उसकी मां नीला गुलमोहर कहती थी ।

थोड़ी बड़ी हुई, तो बस्‍ता लेकर रोज स्‍कूल जाती और रोज इंतजार करती फूलों के खि‍लने का।

एक बार वो स्‍कूल से वापस आ रही थी। उसने देखा कि‍ बहुत सारे फूल खि‍ले हैं। खुश होकर ठहर गई उस पेड़ के पास। तभी हवाएं चलने लगी और फूल गि‍र-गि‍र कर धरती पर नीली चादर बि‍छाने लगे। बहुत से फूल उसके ऊपर भी गि‍रे। वो आनंद मग्‍न होकर वहीं थमी रही। फि‍र कुछ फूल हथेलि‍यों में भरकर वो घर दौड़ी। मां को दि‍खाकर कहा....मां..आज नीले फूलों ने मेरा स्‍वागत कि‍या। देखो, कि‍तने सारे फूल दि‍ए पेड़ ने मुझे।

मां ने दुलराकर कहा....हां..उस पेड़ को तुझसे बहुत प्‍यार है, इसलि‍ए तो तुम्‍हारे जन्‍मदि‍न पर फूल खि‍लाता है।
लड़की के मन में बैठ गई वह बात। फि‍र तो जब भी  फूल खि‍लता, वो सबसे कहती फि‍रती.....मेरा जन्‍मदि‍न आने वाला है...मेरा जन्‍मदि‍न आने वाला है। चाहे वो मार्च की शुरूआत हो या महीना समाप्‍त हो।

सब कहते...हां...हमें पता है। फूलों ने बताई यह बात। लड़की को भी नीले फूलों से बेहद लगाव हो गया था। धीरे-धीरे लड़की बड़ी होने लगी। मगर उसकी आदत नहीं गई। फूलों को देख सबसे कहती कि‍..जन्‍मदि‍न पास है। सब कहते उससे...देखो नीले फूलों से भरा है पेड़......तेरा जन्‍मदि‍न आने वाला है....ये तेरे जन्‍मदि‍न के फूल हैं।

वह मुस्‍क्‍राती..रोज अपने फ्रॉक में....फि‍र हथेलि‍यों में फूल भरकर लौटती। कभी ऐसा होता कि‍ भरी दोपहरी वह पेड़ के नीचे से गुजरती, और एक भी फूल उसकी आंखों के आगे नहीं गि‍रता , तो उसे लगता कि‍ पेड़ रूठ गया है। बहुत देर इंतजार के बाद एक न एक फूल लेकर लौटती।

यह सि‍लसि‍ला तब से चला आ रहा है। जब भी जेकरेंदा के पेड़ पर नीले फूल खि‍लते...वो भी खि‍ल जाती। उसे फूलों को देखकर अहसास होता जन्‍मदि‍वस के करीब आने का।

अभी सब तरफ नीले फूल खि‍ले हैं। लड़की खुश है कि‍ उसका जन्‍मदि‍न आने वाला नहीं..... आ ही गया।  बस कल......



1 comment:

सु-मन (Suman Kapoor) said...

जन्मदिन मुबारक दी