Thursday, January 10, 2019

फिर से उसे प्यार करना है ..


ज़िंदगी में ग़म
शुमार करना है
एक बार फिर से
उसे प्यार करना है
वक़्त के ख़ाली लिफ़ाफ़े से 
अब जी नहीं बहलता
फूलों की गमक से
अपनी शाम भरना है

नहीं भाता सर्दियों के
उदास मौसम में
धड़कनों का इस क़दर
सर्द हो जाना
किसी की याद में फिर से
दिल बेक़रार करना है
सुन ए दिल एक बार
फिर से उसे प्यार करना है ....।

10 comments:

Sweta sinha said...

जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार ११ जनवरी २०१९ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।

Sweta sinha said...

पुटूस का फूल भी इतना सुंदर लगता है...👌👌👌

Kirti Kumar Gautam said...

दिल को छु लिया |||

https://kirtigautamrelive.blogspot.com/2018/12/zindagi-sirf-gujarne-ka-naam-hai.html

रश्मि शर्मा said...

धन्यवाद

रश्मि शर्मा said...

हाँ, मुझे पसंद है

रश्मि शर्मा said...

धन्यवाद

Kamini Sinha said...

बेहतरीन रचना......... बहुत खूब....

रवीन्द्र भारद्वाज said...

बहुत खूब .......आदरणीया

Sudha Devrani said...

वाह!!!
बहुत सुन्दर...

मन की वीणा said...

वाह अंतर तक पैठती अभिव्यक्ति ।