Saturday, October 6, 2018

पूछ लो ...



तुम्हें रहना है 
तो रहो 
अपने दिल से 
पूछ लो 
मेरी ज़िद से रुके 
तो क्या रुके ?

3 comments:

Rohitas Ghorela said...

दो टुक बात स्पष्ट और सटीक.
मेरी जिद से रुके तो क्या रुके.

दिगम्बर नासवा said...

बहुत खूब ...
बात हो तो दिल से वर्ना क्या ....

Onkar said...

सटीक पंक्तियाँ