रूप का तिलिस्म जब अरूप का सामना करे, तो बेचैनियां बढ़ जाती हैं...
Thursday, March 3, 2016
गए दिन की तस्वीर.....
अपने ही अक्स़ से अब हमें डर लगता है जाने ये रिश्ता किस मोड़ पर आकर ठहरा है स्लाइड शो की तरह गुजरती है आंखों से गए दिन की तस्वीर सारी झील का पानी अब तक ठहरा है.... तस्वीर- अमरसागर लेक की
आपने लिखा... कुछ लोगों ने ही पढ़ा... हम चाहते हैं कि इसे सभी पढ़ें... इस लिये आप की ये खूबसूरत रचना दिनांक 04/03/2016 को पांच लिंकों का आनंद के अंक 231 पर लिंक की गयी है.... आप भी आयेगा.... प्रस्तुति पर टिप्पणियों का इंतजार रहेगा।
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आपने लिखा...
कुछ लोगों ने ही पढ़ा...
हम चाहते हैं कि इसे सभी पढ़ें...
इस लिये आप की ये खूबसूरत रचना दिनांक 04/03/2016 को पांच लिंकों का आनंद के
अंक 231 पर लिंक की गयी है.... आप भी आयेगा.... प्रस्तुति पर टिप्पणियों का इंतजार रहेगा।
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