पाव पाव दीपावली, शुभकामना अनेक | वली-वलीमुख अवध में, सबके प्रभु तो एक | सब के प्रभु तो एक, उन्हीं का चलता सिक्का | कई पावली किन्तु, स्वयं को कहते इक्का | जाओ उनसे चेत, बनो मत मूर्ख गावदी | रविकर दिया सँदेश, मिठाई पाव पाव दी ||
वली-वलीमुख = राम जी / हनुमान जी पावली=चवन्नी गावदी = मूर्ख / अबोध
आप को पावन पर्व दिवाली की ढेरों शुभकामनाएं... आप की ये सुंदर रचना आने वाले सौमवार यानी 04/11/2013 को नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही है... आप भी इस हलचल में सादर आमंत्रित है... सूचनार्थ।
पाव पाव दीपावली, शुभकामना अनेक |
ReplyDeleteवली-वलीमुख अवध में, सबके प्रभु तो एक |
सब के प्रभु तो एक, उन्हीं का चलता सिक्का |
कई पावली किन्तु, स्वयं को कहते इक्का |
जाओ उनसे चेत, बनो मत मूर्ख गावदी |
रविकर दिया सँदेश, मिठाई पाव पाव दी ||
वली-वलीमुख = राम जी / हनुमान जी
पावली=चवन्नी
गावदी = मूर्ख / अबोध
आप को पावन पर्व दिवाली की ढेरों शुभकामनाएं...
ReplyDeleteआप की ये सुंदर रचना आने वाले सौमवार यानी 04/11/2013 को नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही है... आप भी इस हलचल में सादर आमंत्रित है...
सूचनार्थ।
धरा मानव से कह रही है...
दोनों ओर प्रेम पलता है...
जल्दी ही होगा वो मिलन ... आज तो दीप लालने दो ..
ReplyDeleteलाजवाब ..
दीपावली के पावन पर्व की बधाई ओर शुभकामनायें ...
बहुत खूब सुंदर प्रस्तुति !
ReplyDeleteदीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाए...!
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RECENT POST -: दीप जलायें .
Happy deewali.
ReplyDeleteबहुत खूब सुंदर प्रस्तुति !
ReplyDeleteदीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाए...मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार
बहुत बढ़िया
ReplyDeleteवाह ... बहुत बढिया
ReplyDeleteदीपोत्सव की अनंत शुभकामनाएं