Monday, April 8, 2013

जो हमने कभी कहा नहीं.....


ऐ काश ! 
दि‍ल के अंदर होता 
कोई एक ऐसा कोना
जि‍समें हम
खुद से भी कुछ बातें
रख लेते छुपा के

या फि‍र होता कोई
ऐसा नायाब़ तरीका
कि बि‍ना नाम लि‍ए अपना
सब कुछ दि‍ल का
तुझको बता पाते

वो सुन लेते तुम
जो हमने कभी कहा नहीं
सुनकर कह देते तुम
कि‍ तुमने कुछ सुना नहीं
ऐ काश .......


तस्‍वीर...मेरे कमरे में सुगंध बि‍खेरते गुलाब...

9 comments:

  1. कहने-सुनने का यह दिल का कोना बेहद संजीदगी से भरा है।

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  2. बहुत सुंदर...संवाद कुछ यूँ भी......

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  3. दिल का हर कोना बड़ा चुगलखोर है......
    :-)

    अनु

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  4. जीवन की गहन अनुभूति
    सुंदर रचना
    बधाई

    आग्रह है मेरे ब्लॉग में सम्मलित हों

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  5. बहुत हू सुन्दर अभिव्यक्ति.

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  6. काश कि ऐसा हो पाता ,जाने कितनी बातें कर लेते
    बिना कहे,बिना सुने ...

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