एक सलाम
तेरे नाम....
कि तेरी आवाज का लिबास
बड़ा खूबसूरत है
पहना ये पैरहन
उस दिन से
जब कहा तुमने
नहीं भूलता कुछ
और
तब से चुप रहने की
आदत हो गई
मैं सदियों तक
चुप रह सकती हूं
कि तुम बोल रहे हो
अब मैं
शब्द पहनती हूं
पीती हूं
और इन्हीं के आसरे
जीती हूं.......
तस्वीर-- मेरे कैमरे में कैद चांदनी रात में समुद्र की लहरें
13 comments:
बहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति ...
आप भी पधारें
ये रिश्ते ...
वाह सुन्दर चित्र के साथ साथ शानदार प्रस्तुति
सुंदर पंक्तिया
.बेहतरीन अंदाज़..... सुन्दर
अभिव्यक्ति.......
BlogVarta.com पहला हिंदी ब्लोग्गेर्स का मंच है जो ब्लॉग एग्रेगेटर के साथ साथ हिंदी कम्युनिटी वेबसाइट भी है! आज ही सदस्य बनें और अपना ब्लॉग जोड़ें!
धन्यवाद
www.blogvarta.com
मैं चुप तुम बोलो
ह्रदय में प्रेम संजोलो
बहुत उम्दा ..भाव पूर्ण रचना .. बहुत खूब अच्छी रचना इस के लिए आपको बहुत - बहुत बधाई
मेरी नई रचना
ये कैसी मोहब्बत है
खुशबू
wah.....adbhut
बहुत बढ़िया भाव पूर्ण अभिव्यक्ति !
latest post मोहन कुछ तो बोलो!
latest postक्षणिकाएँ
सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति
BEHATAREEN
शब्द ही मंत्र बन जाते हैं !
कि तेरी आवाज का लिबास
बड़ा खूबसूरत है
पहना ये पैरहन
उस दिन से
जब कहा तुमने
नहीं भूलता कुछ
और
तब से चुप रहने की
आदत हो गई
मैं सदियों तक
चुप रह सकती हूं
कि तुम बोल रहे हो
Post a Comment