सुकून मिल सकता है
यहां
तुम्हारे चौड़े से
सीने में छुपकर
कि जब देखा
गौर से तुम्हें
तो वादियां मुझसे
निगाहें मिलाने
लगीं
मुस्करा कर कहा
बावरी
आकर्षण बहुत है दुनिया में
पर कम है सुकून
जहां मिले
समेट लो..दे दो
कि कहां अब कोई
प्यार आने पर
देता है थपकियां माथे पर....
तस्वीर-- उंट की सवारी का आनंद लेते अभिरुप व आदर्श
बढ़िया ...
ReplyDeleteबढ़िया है आदरेया -
ReplyDeleteशुभकामनाएं
बहुत सुन्दर ....
ReplyDeleteपहले प्यार तो मिले
ReplyDeleteसार्थक अभिव्यक्ति
बेहतरीन अभिव्यक्ति,रश्मि जी,,,,
ReplyDeleteRecent Post: कुछ तरस खाइये
सच्च है थोड़ा है ये दुनिया में जहाँ मिले समेट लो इस सकून को ...
ReplyDeleteप्यार आने पर
ReplyDeleteदेता है थपकियां माथे पर......सुन्दर भाव।