एक सलाम
तेरे नाम....
कि तेरी आवाज का लिबास
बड़ा खूबसूरत है
पहना ये पैरहन
उस दिन से
जब कहा तुमने
नहीं भूलता कुछ
और
तब से चुप रहने की
आदत हो गई
मैं सदियों तक
चुप रह सकती हूं
कि तुम बोल रहे हो
अब मैं
शब्द पहनती हूं
पीती हूं
और इन्हीं के आसरे
जीती हूं.......
तस्वीर-- मेरे कैमरे में कैद चांदनी रात में समुद्र की लहरें
बहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति ...
ReplyDeleteआप भी पधारें
ये रिश्ते ...
वाह सुन्दर चित्र के साथ साथ शानदार प्रस्तुति
ReplyDeleteसुंदर पंक्तिया
ReplyDelete.बेहतरीन अंदाज़..... सुन्दर
ReplyDeleteअभिव्यक्ति.......
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ReplyDeleteधन्यवाद
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मैं चुप तुम बोलो
ReplyDeleteह्रदय में प्रेम संजोलो
ReplyDeleteबहुत उम्दा ..भाव पूर्ण रचना .. बहुत खूब अच्छी रचना इस के लिए आपको बहुत - बहुत बधाई
मेरी नई रचना
ये कैसी मोहब्बत है
खुशबू
wah.....adbhut
ReplyDeleteबहुत बढ़िया भाव पूर्ण अभिव्यक्ति !
ReplyDeletelatest post मोहन कुछ तो बोलो!
latest postक्षणिकाएँ
सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति
ReplyDeleteBEHATAREEN
ReplyDeleteशब्द ही मंत्र बन जाते हैं !
ReplyDeleteकि तेरी आवाज का लिबास
ReplyDeleteबड़ा खूबसूरत है
पहना ये पैरहन
उस दिन से
जब कहा तुमने
नहीं भूलता कुछ
और
तब से चुप रहने की
आदत हो गई
मैं सदियों तक
चुप रह सकती हूं
कि तुम बोल रहे हो