मेरे लिए यह बात
कोई मायने नहीं रखती
कि मुझसे
क्या बातें करते हो तुम
मेरे लिए
यह बेहद जरूरी है कि
मुझसे बात करो
मुझे शब्द दो...आवाज दो
यह अहसास हो कि
साथ-साथ चलता है कोई
भले ही
तुम पहाड़ से उस पार
और मैं तराई में
बस
प्रतिध्वनित होती रहे
एक आवाज
अहसास
कि मेरे अल्फा़ज
असर करते हैं
कि सारा दर्द दिल का
तुमसे जा कहते हैं........
तस्वीर--साभार गूगल
अच्छा हुआ की दर्द ने चौकां दिया उसको
ReplyDeleteकुछ नीद आ रही थी शबे - इन्जार में...
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अच्छी रचना
ReplyDeleteयह अहसास हो कि
ReplyDeleteसाथ-साथ चलता है कोई
भले ही
तुम पहाड़ से उस पार
और मैं तराई में..... खूब
प्रभावी प्रस्तुति |
ReplyDeleteआभार आदरेया ||
क्या बात है ...
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति ... बस शब्द साथ चलते रहें
ReplyDeleteमेरे लिए यह बात
ReplyDeleteकोई मायने नहीं रखती
कि मुझसे
क्या बातें करते हो तुम
मेरे लिए
यह बेहद जरूरी है कि
मुझसे बात करो
मुझे शब्द दो...आवाज दो