(((...TODAY IS NO SMOKING DAY...)))
चल....
आज अंतिम बार
तेरी याद को
तेंदू पत्ते में भर
कस कर
एक धागे से लपेट दूं
और
सुलगा के उसे
लगाउं एक लंबा सा कश....
फूंक दूं अपने सीने की
सारी जलन
जलती बीड़ी के सिरे को
और लहका कर
जल्द ख़त्म कर दूं सब
और
चीखकर कहूं दुनिया से
लो
छोड़ दिया हमने भी
कश ले-लेकर अपनी ही जिंदगी को पीना.....
तस्वीर---साभार गूगल
चल....
आज अंतिम बार
तेरी याद को
तेंदू पत्ते में भर
कस कर
एक धागे से लपेट दूं
और
सुलगा के उसे
लगाउं एक लंबा सा कश....
फूंक दूं अपने सीने की
सारी जलन
जलती बीड़ी के सिरे को
और लहका कर
जल्द ख़त्म कर दूं सब
और
चीखकर कहूं दुनिया से
लो
छोड़ दिया हमने भी
कश ले-लेकर अपनी ही जिंदगी को पीना.....
तस्वीर---साभार गूगल

कमाल का बिम्ब ... उनकी यादों को काश के सहारे पी लेना ओर उतार लेना जिस्म में कोने कोने में ...
ReplyDeleteबहुत खूब ...
वाह लाजवाब
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर भाव...
ReplyDeleteआपकी प्रविष्टि कल के चर्चा मंच पर है
ReplyDeleteधन्यवाद
यादों का कश ..
ReplyDeleteबहुत खूब
सादर !
बहुत सुन्दर! लाजवाब!
ReplyDeleteधुंए में झोंक दिया दिल के अरमानों को तेरे लिए....विचित्र उद्गार।
ReplyDeleteऔर
ReplyDeleteचीखकर कहूं दुनिया से
लो
छोड़ दिया हमने भी
कश ले-लेकर अपनी ही जिंदगी को पीना---
बहुत सुंदर जीवन की बात
मेरे ब्लॉग में सम्मलित हों
jyoti-khare.blogspot.in
प्रखर और चुभती अनुभूति जीवन्त बिंबों में !
ReplyDeletekoshish to karna hi chahiye .....bahut badhiya ....
ReplyDeleteचल....
ReplyDeleteआज अंतिम बार
तेरी याद को
तेंदू पत्ते में भर
कस कर
एक धागे से लपेट दूं..मेरी बेहद पसंदीदा पंक्तियाँ !!