Saturday, July 4, 2020

कृष्ण कमल फूल.....



कृष्ण कमल फूल देखा है आपने?

राखी फूल या कौरव-पांडव फूल तो देखा ही होगा। इस बेल पर ढेर सारे फूल झुमकों की तरह यहां-वहां लटके रहते हैं। इसीलिए इसका एक नाम झुमका लता भी है। राखी फूल इसलिए क्योंकि पहले जमाने में ऐसी ही बड़ी-बड़ी राखियाँ मिलती थीं।

इस फूल के लिए कहा जाता है कि इसमें महाभारत काल के सम्पूर्ण महत्वपूर्ण पात्र समाहित हैं। कौरव, पांडव, ब्रह्मा, विष्णु, महेश एवं साक्षात भगवान कृष्ण और कहीं- कहीं इसे द्रौपदी माना जाता है। यह पुष्प तीन वर्षों में एक ही बार खिलता है।

फूल मध्य में पांच पंखुडियाँ पीली या हरी होती है जिन्हें पांच पांडवों का प्रतीक माना जाता है, बीच में तीन पराग , वे ब्रह्मा-विष्णु-महेश के प्रतीक हैं और जो केंद्र में विराजमान हैं, वे साक्षात सुदर्शन चक्र स्वरूप हैं। फूल के आसपास की बैंगनी पत्तियों की संख्या पूरी 100 हैं, जिसे कौरव कहा जाता है।

महाभारत से जुड़ा होने के कारण लोग यह कहते हैं कि इस फूल को घर में नहीं लगाना चाहिए। मगर महाभारत मे इस फूल का वर्णन नहीं मिलता है और न ही हमारे प्राचीन ग्रंथ इसके विषय में कुछ कहते हैं। मगर माना जाता है कि यह भगवन श्री कृष्ण को अतिप्रिय भी है और उन्हें चढाए जाने की मान्यता भी है।

इस वनस्पति को बहुत उपयोगी माना जाता है। इसका वानस्पतिक नाम पैशन फ्लावर या पैसीफ्लोरा इनकार्नेटा है। इसके भी दो प्रकार होते हैं। जंगली कृष्ण कमल हरापन लिए श्वेत, गुलाबी, गहरे रक्त वर्ण या बैंगनी वर्ण के होते हैं।कृष्ण कमल के पुष्प श्वेत तथा बैंगनी वर्ण के होते हैं।

जो भी नाम हो... बेल पर खिले फूल मुझे बेहद मोहित करते हैं।



3 comments:

विश्वमोहन said...

वाह! बहुत सुंदर और नई जानकारी। आभार।

Onkar said...

बढ़िया जानकारी

hindiguru said...

नवीन जानकारी सुन्दर रचना