Thursday, July 25, 2019

ज़रा और ......


बोसीदा मकान की 
दरारों से
कोई तो अंदर आएगा

चढ़ने दो सूरज को 
फलक पर और
ज़रा और ......

2 comments:

Vaanbhatt said...

रोशनी के आने के लिये दरारों की दरकार भी होती है...सुन्दर अभिव्यक्ति...👍👍👍

Vidyut Prakash Maurya said...

बेहतरीन