रूप का तिलिस्म जब अरूप का सामना करे, तो बेचैनियां बढ़ जाती हैं...
वाह
बहुत ही सुन्दर सादर
बहुत सुंदर रचना
सही कहा रश्मि जी , जिंदगी में हर दरवाजाआगे की ओर नहीं खुलता.... बहुत खूब
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वाह
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर
ReplyDeleteसादर
बहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteसही कहा रश्मि जी , जिंदगी में हर दरवाजा
ReplyDeleteआगे की ओर नहीं खुलता.... बहुत खूब