Wednesday, December 24, 2014

बड़े दि‍न की बधाई



' मेरे घर के आंगन में आकर सुस्‍ताया था शाम सूरज
कहा-कल 'बड़ा दि‍न' है, बहुत देर तक चलना होगा ''

3 comments:

mohan intzaar said...

खूबसूरत अभिव्यक्ती ....

दिगम्बर नासवा said...

बहुत ही खूब ... शब्दों को सार्थक करते भाव ...

Pratibha Verma said...

बढिया पोस्ट!!!