रूप का तिलिस्म जब अरूप का सामना करे, तो बेचैनियां बढ़ जाती हैं...
बहुत सुन्दर......अनु
भावो को संजोये रचना.....
इस कलम को कागज मिले और साकर हों ये अनोखे भाव ।
बहुत ही खूबसूरत.रामराम.
BEHAD KHOOBSURAT RASHMI JI
बहुत बढ़िया !latest post: भ्रष्टाचार और अपराध पोषित भारत!!latest post,नेताजी कहीन है।
भावों की लाजबाब अभिव्यक्ति,,,RECENT POST : तस्वीर नही बदली
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बहुत सुन्दर......
ReplyDeleteअनु
भावो को संजोये रचना.....
ReplyDeleteइस कलम को कागज मिले और साकर हों ये अनोखे भाव ।
ReplyDeleteबहुत ही खूबसूरत.
ReplyDeleteरामराम.
BEHAD KHOOBSURAT RASHMI JI
ReplyDeleteबहुत बढ़िया !
ReplyDeletelatest post: भ्रष्टाचार और अपराध पोषित भारत!!
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भावों की लाजबाब अभिव्यक्ति,,,
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