Wednesday, April 3, 2013

उम्र की शाख...


जिंदगी के दरख्त में
होती है उम्र की बस एक शाख

फिर गिरा आज एक पत्ता शाख से
हमने जिंदगी को कहा, शुक्रिया


( कल अपने जन्‍मदि‍न पर दो पंक्‍ति‍यां)

* * * * * * * * * * * * * * *  *


वक्‍त बीतने के बाद अहसास होता है
जो छूट गया वो लम्‍हा खास होता है.....

* * * * * * * * * * * * *  * * *

ठहर गई सांस मेरी
जब उसने फि‍र से कहा...वि‍दा
मुस्‍करा दि‍या मैंने
छुपाकर अपने आंसू कहा...वि‍दा

* * * * * * * * * * * * * * *


 तस्‍वीर--ठाकुरगांव के रास्‍ते पर एक पेड़, जि‍सकी शाख में जाने कि‍सने इतने कपड़े बांधें हैं....

11 comments:

  1. वक्‍त बीतने के बाद अहसास होता है
    जो छूट गया वो लम्‍हा खास होता है...

    बहुत खूब ... हर शब्द कहानी कह रहा है ... हल छंद जैसे अपनी ही जुबानी कह रहा है ...
    लाजवाब भाव लिए ...

    ReplyDelete
  2. वक्‍त बीतने के बाद अहसास होता है
    जो छूट गया वो लम्‍हा खास होता है.....

    हर लम्हा खास होता है,पर जरा अहसास करने की जरुरत है ......सुन्दर रचना

    ReplyDelete
  3. मन्नतों का क्या है ... कब कहाँ पूरी हो जाये

    ReplyDelete
  4. गहन अनुभूति बेहतरीन रचना
    जीवंत
    बहुत बहुत बधाई

    ReplyDelete
  5. वक्‍त बीतने के बाद अहसास होता है
    जो छूट गया वो लम्‍हा खास होता है.

    भावपूर्ण सुंदर पंक्तियाँ,,,,,

    Recent post : होली की हुडदंग कमेंट्स के संग

    ReplyDelete
  6. वक्‍त बीतने के बाद अहसास होता है
    जो छूट गया वो लम्‍हा खास होता है.

    सुंदर भावपूर्ण पंक्तिया,,,,

    Recent post : होली की हुडदंग कमेंट्स के संग

    ReplyDelete
  7. बहुत ही बेहतरीन रचना,आभार.

    ReplyDelete
  8. गुजरते चले जा रहे वक्त की कविताई भावों में बेहतरीन अभिव्यक्ति.

    ReplyDelete
  9. वक्‍त बीतने के बाद अहसास होता है
    जो छूट गया वो लम्‍हा खास होता है.....
    इसलिए वर्तमान पल को जीना चाहिए ताकि, छूटने का गम न हो !
    सुन्दर सार्थक रचना ...आभार !

    ReplyDelete
  10. बहुत सुन्दर अहसास …………जन्मदिन की शुभकामनायें।

    ReplyDelete
  11. यही नियति है और प्रकृति का खेल है. ...बहुत बढ़िया प्रस्तुति ..

    ReplyDelete

अगर आपने अपनी ओर से प्रतिक्रिया पब्लिश कर दी है तो थोड़ा इंतज़ार करें। आपकी प्रतिक्रिया इस ब्लॉग पर ज़रूर देखने को मिलेगी।