शाम की एक अलग सी गंध होती है....गोधूलि बेला में आप गांव की पगडंडियों में चले या शहर की छत पर.....मगर जरा खुले में.....अगर प्रकृति से प्यार करते हैं तो आपको भी इस अलग सी गंध का अहसास होगा.....
और अब तो अगर की सुगंध, शाम की आरती के साथ नौ दिनों तक आपके पास-पास रहेगी.....
पवित्रता का अहसास लिए.....
नवसंवत्सर और नवरात्र की सभी मित्रों को बधाई व शुभकामनाएं...
तस्वीर--दीपावली पर सजी आरती के थाल की
6 comments:
नवसंवत्सर और नवरात्र की बधाई व शुभकामनाएं.....
नवसंवत्सर और नवरात्रि की आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं!
आपको भी नवसंवत्सर और नवरात्र की बधाई व शुभकामनाएं।
सुन्दर भावात्मक अभिव्यक्ति आभार नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें नरेन्द्र से नारीन्द्र तक .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MANजाने संविधान में कैसे है संपत्ति का अधिकार-1
नवसंवत्सर शुभ हो
नव संवत्सर की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें !!
Post a Comment