Saturday, February 9, 2013

चॉकलेट डे......



दुनि‍या में
चीज ऐसी भी होती है
जि‍सके लि‍ए मन
कभी-कभी
बेईमान हो जाता है

क्‍या हुआ जो आज मेरा हो गया
पर फि‍र सोचा
चलो बांट लेते हैं आधा-आधा

नाराज न हो
अब मान भी जाओ
लो....खुश हो जाओ

कि‍( आज है................

तस्‍वीर--साभार गूगल

2 comments:

  1. चाक समय का चल रहा, किन्तु आलसी लेट |
    लसा-लसी का वक्त है, मिस कर जाता डेट |
    मिस कर जाता डेट, भेंट मिस से नहिं होती |
    कंधे से आखेट, रखे सिर रोती - धोती |
    बाकी हैं दिन पाँच, घूमती बेगम मयका |
    मन मयूर ले नाच, घूमता चाक समय का ||

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