Monday, February 11, 2013

प्रॉमि‍स डे...


बस.....
एक वादा

जब भी व्‍याकुल हो
तुझे पुकारूं
घोर तम में
खो जाउं
जब भीड़ में भी
खुद को अकेली पाउं

मेरा नाम ले के
बुला लेना
हाथ थाम
रौशनी के मुहाने तक
पहुंचा देना

बस.....
सि‍वा इसके
कुछ न चाहि‍ए तुमसे

कहो......
आज करते हो एक वादा.....

तस्‍वीर--साभार गूगल

8 comments:

डॉ. मोनिका शर्मा said...

Bahut Sunder.....

Unknown said...

feelings with good feel कहो......
आज करते हो एक वादा.....

विभूति" said...

bhaut hi khubsurat vada....

Pratibha Verma said...

ek sundar vada ...:)

Madan Mohan Saxena said...

बेह्तरीन अभिव्यक्ति ...!!शुभकामनायें.

Rajendra kumar said...

बहुत ही सुन्दर और बेहतरीन प्रस्तुति.

रविकर said...

आभार आदरेया ।

Pallavi saxena said...

वादा शब्द पढ़ते ही वादे से संबन्धित जाने कितने गीत ज़ेहन मेन दौड़ गए जैसे मिलने जी तुम कोशिश करना वादा कभी न करना वादा तो टूट जाता है....वादा तेरा वादा ....सुंदर रचना