Tuesday, January 29, 2013

तेरा इंतजार....


अंतहीन उदासि‍यां
बेलौस इंतजार
बगैर इक़रार के
खूब सारा प्‍यार

अनदेखे मुस्‍कराहट की चौड़ाई
हथेली के नाप से
समझ आने लगे
दि‍ल की धड़कनें
हवाओं की सरसराहट से
बढ़ जाने लगे
पूनो का चांद
बेहद चमकीला नजर आने लगे

आंखों में इंतजार
सरका के जाने वाले
मानते हो मेरी बात

जानां
प्रेम में होना सच में बुरा नहीं होता .......

तस्‍वीर--साभार गूगल

9 comments:

Shalini kaushik said...

अनदेखे मुस्‍कराहट की चौड़ाई
हथेली के नाप से
समझ आने लगे
दि‍ल की धड़कनें
हवाओं की सरसराहट से
बढ़ जाने लगे
पूनो का चांद
बेहद चमकीला नजर आने लगे

सुन्दर भावनात्मक अभिव्यक्ति मानवाधिकार व् कानून :क्या अपराधियों के लिए ही बने हैं ? आप भी जाने इच्छा मृत्यु व् आत्महत्या :नियति व् मजबूरी

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया said...

भावपूर्ण बेहतरीन अभिव्यक्ति,,,

recent post: कैसा,यह गणतंत्र हमारा,

डॉ. दिलबागसिंह विर्क said...

आपकी पोस्ट 31 - 01- 2013 के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
कृपया पधारें ।
--

विभूति" said...

बहुत खुबसूरत रचना अभिवयक्ति.........

vandana gupta said...

प्रेम में हो्ना बुरा नहीं होता …………सुन्दर प्रस्तुति

kuldeep thakur said...

आप की ये खूबसूरत रचना शुकरवार यानी 1 फरवरी की नई पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही है...
आप भी इस हलचल में आकर इस की शोभा पढ़ाएं।
भूलना मत

htp://www.nayi-purani-halchal.blogspot.com
इस संदर्भ में आप के सुझावों का स्वागत है।

सूचनार्थ।

Akhil said...

आज पहली बार आपके ब्लॉग तक पहुंचा ...बहुत सार्थक और सुन्दर लेखन है आपका ...बहुत बहुत बधाई।।

Dr. sandhya tiwari said...

सुन्दर भावनात्मक अभिव्यक्ति.............

दिगम्बर नासवा said...

प्रेम का एहसास ही जन्नत है तो उसमें होना बुरा कैसा ..