रूप का तिलिस्म जब अरूप का सामना करे, तो बेचैनियां बढ़ जाती हैं...
किसी को प्रेम करने से पहले
सीखो,पहाड़ की अडिगता, नदी सा बहना तभी हवाऍं गुनगुनाऍंगी प्रेम-लहरी
सीखो,
पहाड़ की अडिगता, नदी सा बहना
तभी हवाऍं गुनगुनाऍंगी
प्रेम-लहरी
वाह!👌
क्या बात ...हवाओं को सुन पाए तो प्रेम भी हो जाएगा ...
सराहनीय
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वाह!👌
ReplyDeleteक्या बात ...
ReplyDeleteहवाओं को सुन पाए तो प्रेम भी हो जाएगा ...
सराहनीय
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