रूप का तिलिस्म जब अरूप का सामना करे, तो बेचैनियां बढ़ जाती हैं...
वाह!रश्मि जी ,बहुत खूब!!
बहुत सुंदर ...मौसम में डुबोए मन के भाव ...
बहुत सुंदर प्रस्तुति
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वाह!रश्मि जी ,बहुत खूब!!
ReplyDeleteबहुत सुंदर ...
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बहुत सुंदर प्रस्तुति
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