Thursday, March 30, 2017

''सरहुल'' की बधाई






'' एला रे सारजम बा
एला रे हाड़ा गुन में
एला रे खुडा़ सांगि‍न 
एला रे नसो रेन में ''
..................................
'' आओ सखुआ के फूल
आओ उतर आओ
आाओ नई-नई कोंपले
आओ उतर आओ ''

प्रकृति‍ पर्व ''सरहुल'' की बधाई सभी को । दो पंक्‍ति‍यां पहले मुंडारी में, फि‍र उसका हि‍ंदी अनुवाद पढ़ें।

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