रूप का तिलिस्म जब अरूप का सामना करे, तो बेचैनियां बढ़ जाती हैं...
बहुत सुंदर चित्र भी शब्द भी
कितना उल्लासमय प्रकृति परिवेश !
सुन्दर
बहुत खूब ... गेहूं पाक गयी है ...
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बहुत सुंदर चित्र भी शब्द भी
ReplyDeleteकितना उल्लासमय प्रकृति परिवेश !
ReplyDeleteसुन्दर
ReplyDeleteबहुत खूब ... गेहूं पाक गयी है ...
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