Thursday, March 6, 2014

टूटा सि‍तारा.....


टूटते सि‍तारे को देख
न मांगा कीजि‍ए कभी
मोहब्‍बत पाने की दुआ

एक बार तो सोचि‍ए
जो अपनो से बिछड़कर
टूटकर गि‍र पड़ा हो जमीं पर

वो कि‍सी टूटे दि‍ल की
क्‍या दवा करेगा.....


तस्‍वीर..साभार गूगल

1 comment:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति। । होली की हार्दिक बधाई।

    ReplyDelete

अगर आपने अपनी ओर से प्रतिक्रिया पब्लिश कर दी है तो थोड़ा इंतज़ार करें। आपकी प्रतिक्रिया इस ब्लॉग पर ज़रूर देखने को मिलेगी।