Tuesday, February 25, 2014

दुश्‍वारि‍यों से बाहर.....


ढलती शाम
बस एक तेरा नाम
खींच लाता है मुझे
जीवन की
सारी दुश्‍वारि‍यों से
बाहर

आज ले लो
एक छोटा सा शुक्रि‍या
साथ होने का..साथ देने का
मेरे मनमीत....


my photography ...

2 comments:

  1. सुन्दर पंक्तियाँ

    ReplyDelete
  2. Nice lines :)

    visit in spare time :-
    http://mahi-says.blogspot.in/

    ReplyDelete

अगर आपने अपनी ओर से प्रतिक्रिया पब्लिश कर दी है तो थोड़ा इंतज़ार करें। आपकी प्रतिक्रिया इस ब्लॉग पर ज़रूर देखने को मिलेगी।