पेड़ों पर खूब आए हैं बेर इस बार। कच्चे-पक्के बेर बेच रही थी आजी। शहर से दूर ... दाम भी बेहद कम। केवल 10 रूपये किलो। मैंने पूछा- 'आजी' के तोइड़ देलव जे बेचे लायन ही ( किसने तोड़ दिया बेर बेचने के लिए)।
आजी बोली - लाह खातिर डाइर काइट देलय, तो हम बेचे ले आलियव।
( बेर की डाल काट दी गई तो हम ले आए बेचने)
( बेर की डाल काट दी गई तो हम ले आए बेचने)
झारखंड में लाह का उत्पादन बेर के पेड़ पर किया जाता है।
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