कह दो दिल की बात...
कह दो सारी
दिल की बात
रोको नहीं
अपने जज्बात
एहसास को मिलेंगे शब्द तो
नज्म़ होठों तक आ जाएंगे
एक नया पैरहन पहन
लयबद़ध सांसें
चुपके से मुझको
दिल की बात कह जाएंगे
रूह जख्मी सही
रात काली सही
ख़्वाबों की तितलियां एक दिन
आंखों से जमीं पर उतर जाएंगी...
आपकी यह रचना आज रविवार (01-09-2013) को ब्लॉग प्रसारण पर लिंक की गई है कृपया पधारें.
ReplyDeleteरूह जख्मी सही
ReplyDeleteरात काली सही
ख़्वाबों की तितलियां एक दिन
आंखों से जमीं पर उतर जाएंगी
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ .
कोलाज जिन्दगी के : अगर हम जिन्दगी को गौर से देखें तो यह एक कोलाज की तरह ही है. अच्छे -बुरे लोगों का साथ ,खुशनुमा और दुखभरे समय के रंग,और भी बहुत कुछ जो सब एक साथ ही चलता रहता है.
http://dehatrkj.blogspot.in/2013/09/blog-post.html
सुन्दर प्रस्तुति-
ReplyDeleteशुभकामनायें आदरणीया-
सुन्दर रचना
ReplyDeleteख़्वाबों की तितलियां एक दिन
ReplyDeleteआंखों से जमीं पर उतर जाएंगी.
बहुत खूबसूरत
एहसास को मिलेंगे शब्द तो
ReplyDeleteनज्म़ होठों तक आ जाएंगे
एक नया पैरहन पहन....बहुत खूबसूरत
latest post नसीहत
बेह्तरीन अभिव्यक्ति …!!शुभकामनायें.
ReplyDeletehttp://saxenamadanmohan1969.blogspot.in/
http://saxenamadanmohan.blogspot.in/
बहुत खूबसूरती से एहसास पिरोये हैं ...
ReplyDeleteख़्वाबों को ज़मीन बयाँ करने से ही मिलती है ...
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ReplyDeleteएहसास को मिलेंगे शब्द
ReplyDeleteतो नज्म होंठों तक आ जायेगी ....
.....अत्यन्त खूबसूरत अल्फाज़