रूप-अरूप
रूप का तिलिस्म जब अरूप का सामना करे, तो बेचैनियां बढ़ जाती हैं...
Friday, May 1, 2020
रात....
एक चाँद, एक सितारा और बस खिड़की भर रौशनी
कैसी अद्भुत रात आयी है...
1 comment:
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
said...
बहुत सुन्दर
Saturday, May 02, 2020 9:07:00 AM
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1 comment:
बहुत सुन्दर
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