रूप का तिलिस्म जब अरूप का सामना करे, तो बेचैनियां बढ़ जाती हैं...
Monday, August 21, 2017
कविता संग्रह ' मन हुआ पलाश' का हुआ विमोचन
मित्रों.....आपके साथ एक खुशी साझा करने का मन है। मेरे दूसरे एकल कविता संग्रह का कल दिनांक 20 अगस्त को लोकार्पण हुआ। साहित्यकार महुआ माजी मुख्य अतिथि थीं और अध्यक्षता की थी कुलपति डा. रमेश कुमार पांडेय जी ने। कुछ तस्वीरें आपके लिए ...
4 comments:
Apko bahut bahut badhaiaan. Aur sangrah ke liye shubhkaamnaein.
बहुत बहुत बधाई आपको इस प्रकाशन की ...
बहुत बहुत बधाई - रश्मि जी
बहुत बहुत बधाई रश्मि जी
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